यूँही नहीँ बहार का झोँका भला लगा
ताज़ा हवा के याद पुरानी भी साथ है
परवीन शाक़िर
Posted via email from Allahabadi's Posterous यानी इलाहाबादी का पोस्टरस
यानी एक कोशिश…
यूँही नहीँ बहार का झोँका भला लगा
ताज़ा हवा के याद पुरानी भी साथ है
परवीन शाक़िर
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