एक और काव्यचित्र : दोस्ती...
मई की आख़री शामोँ मेँ से एक...Posted via email from Allahabadi's Posterous यानी इलाहाबादी का पोस्टरस
यानी एक कोशिश…
एक और काव्यचित्र : दोस्ती...
मई की आख़री शामोँ मेँ से एक...Posted via email from Allahabadi's Posterous यानी इलाहाबादी का पोस्टरस
हिमांशु जी आप इलाहाबाद में कब रहते हैं ?
जवाब देंहटाएंजब भी आपके आफिस फोन करो आपसे बात नही हो पाती
मोबाइल ट्राई करो तो लगता ही नहीं
कोई बढ़िया गजल सुनाईये/पढ़ाईये