और अब ये फूल ऋतुसंहार को आए
सूर्य को सूरजमुखी बन कर बहुत भाए
Posted via email from Allahabadi's Posterous यानी इलाहाबादी का पोस्टरस
यानी एक कोशिश…
सूर्य को सूरजमुखी बन कर बहुत भाए
Posted via email from Allahabadi's Posterous यानी इलाहाबादी का पोस्टरस
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें