और ये है दृश्यावली - उन्हीं बादलों के वीडियो-चित्र। अब लगता है कि कुछ बेहतर गुणवत्ता के कैमरे का जुगाड़ करा जाय…
मोबाइल से थोड़ा कम अच्छे चित्र आते हैं।
मोबाइल से थोड़ा कम अच्छे चित्र आते हैं।
Posted via email from Allahabadi's Posterous यानी इलाहाबादी का पोस्टरस
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